150+ Latest Reality Gulzar Quotes on Life 2023 [New]
गुलज़ार साहब ने अपनी कलम से अनेकों शेर, शायरी और Reality Gulzar Quotes on Life लिखे हैं। उनके शब्दों में जीवन के सभी पहलुओं को समाहित किया गया है। उनकी शायरी और कोट्स हमें जीवन की एक सच्चाई सिखाती हैं और हमारे दिल के कोनों में एक ख़ास जगह बनाती हैं।
इस shayari collection के माध्यम से, हमने गुलज़ार साहब की कुछ सर्वश्रेष्ठ लाइफ कोट्स और उनकी खूबसूरत शायरी का एक collection तैयार किया है। उनकी शायरी और कोट्स हमें जीवन की सच्चाई से रूबरू कराती हैं और जीवन के हर मोड़ पर हमें सही राह दिखाती हैं।
गुलज़ार साहब के शब्दों में, जीवन एक अनंत यात्रा है जो हम सभी को एक समान रूप से नहीं मिलती है। वे हमें यह सिखाते हैं कि हमारी ज़िन्दगी में चीज़ों की कीमत का एहसास करना बहुत ज़रूरी होता है।
इस shayari collection के माध्यम से हम गुलज़ार साहब के शब्दों में जीवन की अहमियत को समझ सकते हैं।

~ मुस्कुराने से शुरू और रुलाने पर खत्म
ये वो जुर्म हैं जिसे लोग मोहब्बत कहतें हैं।

वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर,
आदत इस की भी आदमी सी है।

अच्छी किताबें और अच्छे लोग, तुरंत समझ में नहीं आते,
उन्हें पढना पड़ता हैं।

~ कब से बैठा हुआ हूँ मैं जानम
सादे काग़ज़ पे लिखके नाम तेरा।
बस तेरा नाम ही मुकम्मल है
इससे बेहतर भी नज़्म क्या होगी।।

मैं दिया हूँ! मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं,
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं।

~ उठाए फिरते थे एहसान जिस्म का जाँ पर।
चले जहाँ से तो ये पैरहन उतार चले।।

रोई है किसी छत पे, अकेले ही में घुटकर,
उतरी जो लबों पर तो वो नमकीन थी बारिश।

वो चीज़ जिसे दिल कहते हैं,
हम भूल गए हैं रख के कहीं।

~ अगर आँसुओ की किम्मत होती।
तो कल रात का तकिया अरबों का होता।।

कुछ जख्मो की उम्र नहीं होती हैं,
ताउम्र साथ चलते हैं, जिस्मो के ख़ाक होने तक।
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~ क़िताबें माँगने, गिरने, उठाने के बहाने जो रिश्ते बनते थे
अब उनका क्या होगा, वो शायद अब नही होंगे।।
~ एक उम्मीद बार बार आ कर, अपने टुकड़े तलाश करती है।
बूढ़ी पगडंडी शहर तक आ कर, अपने बेटे तलाश करती है।।
~ आधे पौने पुरे चांद
जितना था सब माल गया,
बारह महीने जमा किए थे
जेब काटकर साल गया।
~ आदतन तुम ने कर दिये वादे
आदतन हम ने ऐतबार किया।
~ काई सी जम गई है आँखों पर।
सारा मंज़र हरा सा रहता है।।
~ हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते।
वक़्त की शाख़ से लम्हें नहीं तोड़ा करते।।
~ सिर्फ आवाज देने से ही कारवां नहीं रुका करते।
देखा ये भी जाता है कि पुकारा किसने है।।
~ वो एक दिन एक अजनबी को, मेरी कहानी सुना रहा था।
वो उम्र कम कर रहा था मेरी, मैं साल अपने बढ़ा रहा था।। (Gulzar shayari in hindi)
~ आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं।
मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ।।
~ तुम्हारा क्या तुम्हें तो राह दे देते हैं काँटे भी।
मगर हम खांकसारों को बड़ी तकलीफ़ होती है।।
~ सहर न आई कई बार नींद से जागे।
थी रात रात की ये ज़िंदगी गुज़ार चले।।
~ ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी है।
उन की बात सुनी भी हमने अपनी बात सुनाई भी।।
Reality Gulzar Quotes on Life in hindi
~ बड़ी हसरत है पूरा एक दिन इक बार मैं
अपने लिए रख लूं,
तुम्हारे साथ पूरा एक दिन
बस खर्च करने की तमन्ना है।।
~ नाम होते हैं रिश्तों के
कुछ रिश्ते नाम के होते हैं।
~ जैसे कहीं रख के भूल गए हों,
बेफिक्र वक्त अब मिलता ही नही।।
~ कोई न कोई रहबर रस्ता काट गया।
जब भी अपनी रह चलने की कोशिश की।।
~ जिस की आँखों में कटी थी सदियाँ
उस ने सदियों की जुदाई दी है।।
~ छोटी-छोटी बातों की हैं यादें बड़ी,
भूले नहीं, बीती हुई एक छोटी घड़ी।
~ अब ज़रा सी भर गई हो तुम
ये वजन तुम पर अच्छा लगता है। (Gulzar shayari in hindi)
~ तब मैं जानबूझकर हार जाया करता था
अब चाह कर भी जीत नहीं पाता हूँ तुमसे,
पता नहीं कौन सी चाल पर
देखते ही देखते मैं मात खा जाऊँ
ये डर तो लगता है ज़रूर,
पर मैं ख़ुश हूँ कि तुम खेलना सीख गये।
~ जिन्दगी की दौड़ में, तजुर्बा कच्चा ही रह गया।
हम सीख न पाये ‘फरेब’, और दिल बच्चा ही रह गया।।
~ शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है। (Gulzar shayari in hindi)
~ आईना देख के तसल्ली हुई
हम को इस घर में जानता है कोई।
~ आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं।
मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ।।
~ किताबें झाँकती हैं
बंद अलमारी के शीशों से
बड़ी हसरत से तकती हैं
महीनों अब मुलाक़ातें नही होती।।
~ कहू क्या वो बड़ी मासूमियत से पूछ बैठे हैं।
क्या सचमुच दिल के मारों को बड़ी तकलीफ़ होती है।।
~ जीवन से लंबे हैं बंधु, ये जीवन के रस्ते
एक पल थम के रोना होगा, एक पल चलना हँस के।
~ कल का हर वाक़िआ तुम्हारा था।
आज की दास्ताँ हमारी है।।
~ चंद उम्मीदें निचोड़ी थीं तो आहें टपकीं।
दिल को पिघलाएँ तो हो सकता है साँसें निकलें।। (Gulzar shayari in hindi)
~ चलो अच्छा हुआ
जो तुम मेरे दर पे नहीं आए,
तुम झुकते नहीं
और मै चौखटें ऊंची कर नही पाता।।
~ वो आके पेहलू में ऐसे बैठे, के शाम रंगीन हो गयी है
ज़रा ज़रा सी खिली तबियत, ज़रा सी ग़मगीन हो गयी है।
~ आओ ज़बानें बाँट लें अब अपनी अपनी हम।
न तुम सुनोगे बात, ना हमको समझना है।।
~ उसे ये ज़िद है कि मैं पुकारूँ।
मुझे तक़ाज़ा है वो बुला ले।।
~ ये शर्म है या हया है, क्या है, नज़र उठाते ही झुक गयी है।
तुम्हारी पलकों से गिरती शबनम हमारी आंखों में रुक गयी है।।
Best Reality Gulzar Quotes on Life
~ तेरा चेहरा ही लिये घूमता हूँ, शहर में तबसे।
लोग मेरा नहीं, एहवाल तेरा पूछते हैं, मुझ से।।

~ याद है इक दिन
मेरी मेज़ पे बैठे-बैठे
सिगरेट की डिबिया पर तुमने
एक स्केच बनाया था
आकर देखो
उस पौधे पर फूल आया है। (Gulzar shayari in hindi)
~ जाना किसका ज़िक्र है इस अफ़साने में।
दर्द मज़े लेता है जो दुहराने में।।
~ यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता।
कोई एहसास तो दरिया की अना का होता।।
~ कभी तो चौंक कर देखे कोई हमारी तरफ
किसी की आँख मे हमको भी इंतज़ार दिखे।।
~ उसी का इमान बदल गया है
कभी जो मेरा ख़ुदा रहा था।।
~ कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ।
उन से कितना कुछ कहने की कोशिश की।।
~ काश इक बार कभी नींद से उठकर तुम भी
हिज्र की रातों में ये देखो तो क्या होता है।
~ सेह़मा सेह़मा ड़रा सा़ रहता है
जा़ने क्यों जी़ भ़रा सा़ रहता है।।
~ तेरी राहों में हर बार रुक कर
हम ने अपना ही इन्तज़ार किया।
~ अब ना माँगेंगे जिन्दगी या रब
ये गुनाह हम ने एक बार किया। (Gulzar shayari in hindi)
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~ प्यार अकेला नहीं जी सकता
जीता है तो दो लोगों में
मरता है तो दो मरते हैं।
~ च़ख क़र देखी़ है़ क़भी तन्हाई तुम़ने ?
मैने देखी़ है़ ब़ड़ी ईमानदार सी़ लग़ती है।
~ जाय़का अ़लग सा़ है़ मे़रे लफ़्ज़ों का
के़ कोई़ सम़झ ऩही पा़ता, को़ई भूला़ नहीं पा़ता।
Gulzar Quotes in Hindi
~ एक कमीज़ अब कितने दिन कोई पहनेगा
कॉलर मैले,आस्तीन उधड़ी-उधड़ी
नया कोई मज़हब आये तो कपड़े बदलूँ ।

~ प्यार न कभी इकतरफ़ा होता है न होगा
दो रूहों के मिलन की जुड़वां पैदाईश है ये।।
~ मुझे ऐसे मरना है,
जैसे लिखते-लिखते स्याही ख़त्म हो जाए।
~ आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है।।
~ यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता।
कोई एहसास तो दरिया की अना का होता।।
~ ल़की़रें है़ तो रह़ने दो,
कि़सी ने़ रू़ठ कर गुस्से़ में शायद़ खींच दी़ थी,
उन्ही को अब बनाओ पाला़, औऱ आ़ओ क़बड्डी खेल़ते हैं।। (Gulzar shayari in hindi)
~ ज़ुबान पर ज़ाएका आता था जो सफ़हे पलटने का
अब उँगली ‘क्लिक’ करने से बस इक
झपकी गुज़रती है।
~ खुली किताब के सफ़्हे उलटते रहते हैं।
हवा चले न चले दिन पलटते रहते हैं।। (Gulzar shayari in hindi)
~ वक़्त रहता नहीं कहीं थमकर
इस की आदत भी आदमी सी है।
~ दफ़्न कर दो हमें कि साँस मिले
नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है।।
~ खुशबू जैसे लोग मिले अफ़साने में
एक पुराना खत खोला अनजाने में ।
~ ह़म कैसे़ करे ख़ुद को़ ते़रे प्यार के़ काबिल,
जब़ बदल़ते है़ हम़, तो तु़म श़र्ते बद़ल दे़ते हो।।
~ कब आते हो कब जाते हो
दिन में कितनी-कितनी बार मुझको – तुम याद आते हो।
Latest Reality Gulzar Quotes On Life
~ वो कटी फटी हुई पत्तियां, और दाग़ हल्का हरा हरा।
वो रखा हुआ था किताब में, मुझे याद है वो ज़रा ज़रा।।
~ तुम्हारी ख़ुश्क सी आँखें भली नहीं लगतीं।
वो सारी चीज़ें जो तुम को रुलाएँ, भेजी हैं।।
~ जंगल जंगल बात चली है पता चला है
अरे चड्डी पहन के फूल खिला है फूल खिला है।
~ खुले दरीचे के पीछे दो आँखें झाँकती हैं
अभी मेरे इंतज़ार में वो भी जागती हैं।
~ दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई।
जैसे एहसान उतारता है कोई।।
~ काँच के पीछे चाँद भी था और काँच के ऊपर काई भी।
तीनों थे हम वो भी थे और मैं भी था तन्हाई भी।। (Gulzar shayari in hindi)
~ मौत की शह देकर तुमने समझा था अब
तो मात हुई
मैने जिस्म का खोल उतारकर सौंप
दिया, और रूह बचा ली।।
~ अपने साये से चौंक जाते हैं
उम्र गुजरी है इस क़दर तनहा।।
~ मैं किस वतन की तलाश में यूँ चला था घर से
कि अपने घर में भी अजनबी हो गया हूँ आ कर ।
~ इतना क्यों सिखाये जा रही है ज़िन्दगी
हमें कौन सी सदियाँ गुज़ारनी है यहाँ।।
~ जब मैं छोटा था
शायद शामें बहुत लंबी हुआ करती थी
अब शाम नहीं होती,
दिन ढलता है और सीधे रात हो जाती है
शायद वक़्त सिमट रहा है ।
~ कोई अटका हुआ है पल शायद।
वक़्त में पड़ गया है बल शायद।।
~ तुम्हारा क्या तुम्हें तो राह दे देते हैं काँटे भी
मगर हम खांकसारों को बड़ी तकलीफ़ होती है।। (Gulzar shayari in hindi)
~ ये़ इ़श्क़ मोहब्बत की़ रिवाय़त भी अ़जीब है
पाया ऩही है़ जिस़को उ़से खोना़ भी ऩही चाह़ते।।
~ तुझको बेहतर बनाने की कोशिश में
तुझे ही वक्त नहीं दे पा रहे हम
माफ़ करना ऐ ज़िंदगी
तुझे ही नहीं जी पा रहे हम ।।
~ बी़च आ़समाँ में था़ बात़ करते़- करते ही,
चांद इ़स त़रह बु़झा जै़से फूंक़ से दिया,
देखो़ तुम इ़तनी ल़म्बी सांस म़त लिया़ क़रो।। (Gulzar shayari in hindi)

जरा ये़ धुप ढ़ल जा़ए, तो़ हाल़ पू़छेंगे,
य़हाँ कु़छ सा़ये, खुद़ को खुदा ब़ताते है़।
~ कोई वादा नहीं किया लेकिन
क्यों तेरा इंतजार रहता है
बेवजह जब क़रार मिल जाए
दिल बड़ा बेकरार रहता है

~ बेशूमार मोहब्बत होगी उस बारिश की बूँद को इस ज़मीन से
यूँ ही नहीं कोई मोहब्बत मे इतना गिर जाता है।।
~ आ रही है जो चाप क़दमों की।
खिल रहे हैं कहीं कँवल शायद।।

~ वो़ मोहब्बत भी़ तु़म्हारी थी़ नफरत भी़ तुम्हारी़ थी़,
हम़ अपनी़ वफ़ा का़ इंसाफ कि़ससे़ माँगते़
वो़ शहर भी़ तुम्हारा़ था वो़ अदालत भी़ तुम्हारी़ थी।।
~ ज़मीं सा दूसरा कोई सख़ी कहाँ होगा।
ज़रा सा बीज उठा ले तो पेड़ देती है।। (Gulzar shayari in hindi)
गुलज़ार साहब के शब्दों से हम यह सीखते हैं, कि जीवन को खुशहाल बनाने के लिए शांति और सुख की तलाश करना ज़रूरी होता है। उनकी शायरी और कोट्स से हमें एक समझदार और अच्छे इंसान होने की सीख मिलती है। उनकी शायरी न सिर्फ रोमांचक होती है, बल्कि उनसे हम जीवन के असली महत्व को समझते हैं।
Shayari collection का समापन होते हुए, हमें यह समझना ज़रूरी है कि जीवन एक अनंत यात्रा है और हमें इसमें आगे बढ़ना होगा। गुलज़ार साहब के शब्दों से हमें यह सीख मिलती है कि जीवन में सफल होने के लिए हमें सब्र और सही दिशा में चलने की ज़रूरत होती है। उनकी शायरी और कोट्स हमें स्वयं को समझने के लिए प्रेरित करते हैं और हमें एक सफल और खुशहाल जीवन जीने की सलाह देते हैं।