Latest Chand Shayari of 2023
Chand Shayari ,क्या आपने कभी चाँद को देखा है? वह नीले आसमान में सजग होकर अपनी रौशनी से हमें आशीर्वाद देता है। इसकी खूबसूरती को अपने शब्दों में बयां करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन हमारे दिल में जो भाव उसे देखते हुए उठते हैं, उन्हें हम शब्दों में बयां कर सकते हैं।
Chand Shayari हमारी भावनाओं को अपनी ओर आकर्षित करती है। जब चाँद आसमान में उठता है, तो हमें एक नयी उमंग मिलती है। उसकी चमक और उससे फैलती रौशनी हमारी जिंदगी में नई खुशियों का संचार करती है।
चाँद शायरी में हमें वह अनंत अदाएं मिलती हैं, जो हमारे दिल को छू जाती हैं। हम उसके चेहरे की खूबसूरती को तारीफ करते हैं और उसकी रौशनी को अपनी जिंदगी में लाने के लिए दुआएं मांगते हैं।
चाँद शायरी का एक और विशेषता यह है कि इसके शब्द हमारे दिल को छू जाते हैं।
बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भरपलकों से लिख रहा था तेरा नाम चाँद पर
नजर में आपकी नज़ारे रहेंगे; पलकों पर चाँद सितारे रहेंगे;बदल जाये तो बदले ये ज़माना; हम तो हमेशा आपके दीवाने रहेंगे
Na Chahkar Bhi Mere Lab ParYe Fariyad Aa Jati Hai,Ae Chand Samne Na AaKisi Ki Yaad Aa Jati Hai.
ना जाने किस रैन बसेरो की तलाश है इस चाँद को…..।।रात भर बिना कम्बल भटकता रहता है इन सर्द रातो में….।।
हमने क़सम खायी है चाँद को चाँद रहने देंगे ..चाँद में अब तुम को ना ढूँढा करेंगे ..
Mohabbat Thi To Chand Achchha Tha,Utar Gayi To Daag Dikhne Lage….
Latest Chand Shayari
Chand Taaron Ki Kasam Khata Hu,Main Baharon Ki Kasam Khata Hu,Koi Aap Jaisa Nazar Nahi Aaya,Mai Nazaaron Ki Kasam Khata Hu..
Damak To Sakte Hain Hum Bhi, Gairo Ki Chamak Chura Ke,Magar Udhaar Ki Roshni Ka Chand Banana Mujhe Manjur Nahi.
चाँद तारो में नज़र आये चेहरा आपकाजब से मेरे दिल पे हुआ है पहरा आपका
Kuchh Tum Kore-Kore Se, Kuchh Ham Sade-Sade Se,Ek Aansmaan Par Jaise Do Chand Aadhe-Adhe Se…
Chand Apni Chandani Ko Hi Niharata Hain,Use Kaha Pata Koi Chakor Pyasa Reh Jata Hain..
Khubsurat Gazal Jaisa Hain Tera Chand Sa Chehra,Nigaahe Sher Padhti Hain To Lab Irshad Karte Hain…
Ye Sanam Jisne Tujhe Chand Si Surat Di Hai,Us Hi Malik Ne Mujhe Bhi To Mohabbat Di Hain.
Tum Aa Gaye Ho To Fir Chandani Si Baate Ho,Zamin Pe Chand Roz Roz Utarta Nahi.
Ruswayi Ka Dar Hai Ya Andhero Se Mohabbat, Khuda Jaane,Ab Main Chand Ko Apne Aangan Mein Utarte Nahi Dekhta…
Tum Subah Ka Chand Ban Jaao, Main Shanjh Ka Suraj Ho Jau,Mile Ham-Tum Yu Kabhi, Tum Main Ho Jaun, Mai Tum Ho Jaao..
वैसे तो कई दोस्त है हमारे जैसे आसमान में है कई तारेपर आप दोस्ती के आसमान के वो चाँद है जिसके सामने फीके पड़ते हैं सारे सितारे.
Naa Jaane Kis Rain Basere Ki Talash Hai Is Chand Ko,Raat Bhar Bina Kambal Bhatakta Rehta Hai In Sard Raato Me..
Wo Chand Keh Ke Gaya Tha, Ki Aaj Niklega,To Inetzaar Me Baitha Hu Aaj Sham Se…
Kitna Bhi Kar Le, Chand Se Ishk,Raat Ke Mukaddar Me, Andhiyaren Hi Likhe Hain…
Naa Chand Chahiye Naa Falak Chahiye,Mujhe To Bas Teri Ek Jhalak Chahiye..
Hamare Hatho Mein Ek Shakal Chaand Jaisi Thi,Tumhe Ye Kaise Btaye Wo Raat Kaisi Thi.
Jo Jaagte Hai Raat Bhar, Tum Unka Sawera Kya Jaano,Tum Chaand Ho Poonam Ka, Kya Hota Hai Andhera Kya Jaano.
Ek ye Din Hain Jab Chand Ko Dekhe Muddate Beet Jati Hain,Ek Wo Din The Jab Chand Khud Hamari Chhat Pe Aaya Karta Tha.
Na Chaand Nikla, Na Tumne Dastak Di,Kitni Bojhil Hai Aaj Ki Ye Shaam.
चाँद मत मांग मेरे चाँद जमीं पर रहकर,खुद को पहचान मेरी जान खुदी में रहकर.
Best Chand Shayari
है चाँद सितारों में चमक तेरे प्यार कीहर फूल से आती है महक तेरे प्यार की
ये दिन हैं जब.. चाँद को देखे.. मुद्दत बीती जाती है,वो दिन थे जब चाँद हमारी छत पे आया करता था.
मेरा और उस चाँद का मुक़द्दर एक जैसा है,वो तारो में तन्हा मैं हजारो में तन्हा।
इजाजत हो तो मैं भी तुम्हारे पास आ जाऊँ,देखों ना चाँद के पास भी तो एक सितारा है..
रातों में टूटी छतों से टपकता है चाँद…बारिशों सी हरकतें भी करता है चाँद
तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ ,और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है
बुझ गये ग़म की हवा से, प्यार के जलते चराग,बेवफ़ाई चाँद ने की, पड़ गया इसमें भी दाग…
तुम सुबह का चाँद बन जाओ, मैं सांझ का सूरज हो जाऊँ!मिलें हम-तुम यूँ भी कभी, तुम मैं हो जाओ…मैं तुम हो जाऊँ…
ऐ चाँद चला जा क्यों आया है तू मेरी चौखट पर,छोड़ गया वो शख्स जिसके धोखे में तुझे देखते थे।
ख्वाबो की बातें वो जाने जिनका नींद से रिश्ता हो,मैं तो रात गुजारती हुँ चाँद को देखने में…
चाँद हो या न हो, चांदनी रात है,मैं तेरे साथ,तू मेरे साथ है
चलो चाँद का किरदार अपना लें हम दोस्तो,दाग अपने पास रखें और रौशनी बाँट दें।
चाँद तो अपनी चाँदनी को ही निहारता हैउसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता है
चाँद को तो चाहने वाले है सभी,पर देखना ये है की चाँद किस पर फ़िदा होता है.
रात में एक टूटता तारा देखा बिलकुल मेरे जैसा था…चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा बिलकुल तेरे जैसा था !
सुबह हुई कि छेडने लगता है सूरज मुझको,कहता है बडा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो।
ना चाँद चाहिए ना फलक चाहिएमुझे बस तेरी की एक झलक चाहिए
जिन आँखों में काजल बन कर तैरी काली रातउन आँखों में आंसू का इक कतरा होगा चाँद।
वो थका हुआ मेरी बाहों में ज़रा सो गया था तो क्या हुआ,अभी मैं ने देखा है चाँद भी किसी शाख़-ए-गुल पे झुका हुआ !
सारी रात गुजारी हमने इसी इन्तजार में की,अब तो चाँद निकलेगा आधी रात में…
रात को रोज़ डूब जाता है…चाँद को तैरना सिखाना है मुझे।
इश्क तेरी इन्तेहाँ इश्क मेरी इन्तेहाँ,तू भी अभी न-तमाम मैं भी अभी न-तमाम।
आज टूटेगा गुरूर चाँद का देखना दोस्तो,आज मैंने उन्हें छत पर बुला रखा है।
सुबह हुई कि… छेड़ने लगता है सूरज मुझको,कहता है बड़ा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो।
पूछो इस चाँद से कैसे सिसकते थे हम,उन तन्हा रातों में तकिये से लिपटकर रोते थे हम,तूने तो देखा नही छोड़ने के बाद,दिल का हर एक राज़ चाँद से कहते थे हम।
कभी तो आसमान से चाँद उतरे जाम हो जाए,तुम्हारे नाम की एक ख़ूबसूरत शाम हो जाए।
मुझे ये ज़िद है कभी चाँद को असीर करूँ,सो अब के दरिया में एक दाएरा बनाना है।
न चाहते हुए भी मेरे लब परये फरियाद आ जाती है,ऐ चाँद सामने न आसनम की याद आ जाती है।
तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा मैं,चाँद कहता रह गया मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ।
ढूँढता हूँ मैं जब अपनी ही खामोशी को,मुझे कुछ काम नहीं दुनिया की बातों से,आसमाँ दे न सका चाँद अपने दामन का,माँगती रह गई धरती कई रातों से।
कल चौदहवी की रात थी रात भर रहा चर्चा तेरा,कुछ ने कहा ये चाँद है, कुछ ने कहा चेहरा तेरा।
क्यूँ मेरी तरह रातों को रहता है परेशाँ,ऐ चाँद बता किस से तेरी आँख लड़ी है।
ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता है,क्यूँ मेरे साथ सारी रात जगा करता है,मैं तो बन बैठा हूँ दीवाना उनके प्यार में,क्या तू भी किसी से बेपनाह मोहब्बत करता है।
चलो चाँद का किरदार अपना लें हम,दाग अपने पास रखें और रौशनी बाँट दें।
मुन्तज़िर हूँ कि सितारों की जरा आँख लगे,चाँद को छत पे बुला लूँगा इशारा करके।
पत्थर की दुनिया जज़्बात नहीं समझती,दिल में क्या है वो बात नहीं समझती,तनहा तो चाँद भी सितारों के बीच में है,पर चाँद का दर्द वो रात नहीं समझती।
इक अदा आपकी दिल चुराने की,इक अदा आपकी दिल में बस जाने की,चेहरा आपका चाँद सा और एकहसरत हमारी उस चाँद को पाने की।
Best Shayari
रात भर आसमां में हम चाँद ढूढ़ते रहे,चाँद चुपके से मेरे आँगन में उतर आया।
क्यों मेरी तरह रातों को रहता है परेशान,ऐ चाँद बता किस से तेरी आँख लड़ी है।
दिन में चैन नहीं ना होश है रात मेंखो गया है चाँद भी देखो बादल के आगोश में
मेरा और चाँद का मुक़द्दर एक जैसा है,वो तारो में अकेला मैं हजारो में अकेला।
चाँद में नज़र कैसे आए तेरी सूरत मुझको,आँधियों से आसमाँ का रंग मैला हो गया।
तू अपनी निगाहों से न देख खुद को,चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा,सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू,मेरी नजर से चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा।
उसके चेहरे की चमक के सामने सादा लगा,आसमाँ पर चाँद पूरा था… मगर आधा लगा।
एक अदा आपकी दिल चुराने की,एक अदा आपकी दिल में बस जाने की,चेहरा आपका चाँद सा और एक…हसरत हमारी उस चाँद को पाने की।
तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा मैंने,चाँद कहता रह गया मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ।
वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा,तो इंतिज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से ही मैं।
बेसबब मुस्कुरा रहा है चाँदकोई साजिश छुपा रहा है चाँद
कितना हसीन चाँद सा चेहरा है,उसपे शबाब का रंग गहरा है,खुदा को यकीन न था वफ़ा पे,तभी चाँद पे तारों का पहरा है।
चाँद भी हैरान… दरिया भी परेशानी में है,अक्स किस का है ये इतनी रौशनी पानी में है।
आसमान और ज़मीं का है फासला हर-चंद,ऐ सनम दूर ही से चाँद सा मुखड़ा दिखला।
आज टूटेगा गुरूर चाँद का तुम देखना यारो,आज मैंने उन्हें छत पर बुला रखा है।
ऐ काश हमारी क़िस्मत में ऐसी भी कोई शाम आ जाए,एक चाँद फ़लक पर निकला हो एक छत पर आ जाए।
तू चाँद और मैं सितारा होता, आसमान में एक आशियाना हमारा होता,लोग तुम्हे दूर से देखते,नज़दीक़ से देखने का, हक़ बस हमारा होता..!!